PC Sorcar Biography in Hindi
पी.सी. सरकार की जीवनी
सीनियर पीसी सरकार और जूनियर वे हमेशा कहते हैं कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह सिर्फ आई वॉश और टोटल साइंस है। भूतिया या अलौकिक चीजों जैसा कुछ नहीं है.. सिर्फ शुद्ध अनुप्रयुक्त विज्ञान।
पूरा नाम | प्रतुल चन्द्र सरकार |
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जन्म स्थान | टंगैल , ढाका |
देश व स्थान | Bengal Presidency, British India |
जन्मतिथि | 23 फरवरी, 1913 |
राशि | सिंह राशि |
मृत्यु स्थान व कारण | 6 जनवरी, 1971,
असाहिकावा, होक्काइडो, जापान में (दिल का दौरा) |
मृत्यु तिथि | 6 जनवरी, 1971, |
उम्र ( मृत्यु के समय ) | 58 वर्ष |
पुरस्कार
- 26 जनवरी, 1964 को पी.सी. सरकार सारणी जादूसम्राट पद्म श्री (कमल) को भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया गया था, और कलकत्ता में एक प्रमुख बुलेवार्ड का नाम उनके नाम पर रखा गया था।
- यूएस, द स्फिंक्स (ऑस्कर ऑफ मैजिक) 1946 और 1954
- जर्मन मैजिक सर्कल का रॉयल मेडेलियन
PC Sorcar Biography in Hindi
पी.सी. सरकार की जीवनी
जादूगर दुनिया की सबसे ईमानदार लोग होते हैं वह आपको पहले ही बता देते हैं कि वह आप को बेवकूफ बनाने जा रहे हैं | आज हम बात करने जा रहे हैं भारत के सबसे बड़े जादूगर पीसी सरकार के बारे में जिन की कला पूरी दुनिया में फेमस थी|
बंगाल के मुख्यमंत्री
वैसे तो आज बंगाल के बाहर उनका नाम शायद कम ही लोग जानते हैं मगर वह अपने समय में पूरी दुनिया में मशहूर थे उनके जादू का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक बार उन्होंने बंगाल के मुख्यमंत्री फ़ज़हूल हक़ के साथ एक ऐसा जादू खेला कि वह भी हैरान रह गए|
इंपिरियल रेस्टोरेंट
फ़ज़हूल हक अपने कुछ मंत्रियों के साथ इंपिरियल रेस्टोरेंट में बैठे थे वहां पर पीसी सरकार ने खाली पेपर पर उनको कुछ लिखने के लिए कहा लिखने के बाद उन्होंने उनके कुछ मिनिस्टर के सिग्नेचर भी उस पर ले लिए बाद में लोगों ने देखा कि पेपर पर लिखा था कि फजलुल हक अपनी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिए हैं और पीसी सरकार को नया मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है तो चलिए दोस्तों इन के जीवन के बारे में शुरू से जानते हैं|
सात पीढ़ी
पीसी सरकार का पूरा नाम प्रोटूल चंद्र सरकार था उनका जन्म 23 फरवरी 1913 को बंगाल के तंगेल जिले में हुआ था जॉब बांग्लादेश में पड़ता है उनका जन्म ऐसे परिवार में हुआ था जो पिछली सात पीढ़ी से जादूगर का ही काम करते थे इसके कारण उन्हें जादू के बारे में जानकारी बचपन में ही मिल गई थी और उनका रुझान भी इसी तरह बहुत ज्यादा था|
B.A.
हालांकि वह पढ़ाई में भी बहुत तेज थे वह स्कूल में फर्स्ट डिवीजन पास हुए थे और उन्होंने अपने समय में b.a. किया था मगर जादू में रुचि होने के कारण बी ए करने के बाद उन्होंने जादूगरी कोई अपना पैसा बना लिया वैसे तो आमतौर पर जादूगरों की आमदनी और उनका नाम कोई बहुत ज्यादा नहीं होता था और जादू अक्सर सड़कों पर कुछ लोगों की भीड़ को ही देखा जाता था |
इंद्रजाल
पीसी सरकार की बात ही कुछ और थी वह अपने टैलेंट से जादू को एक अलग मुकाम पर ले गए उनका जादू का स्टेज उनकी सजावट और तरीके सबसे अलग होते थे इसके कारण वह बहुत जल्दी फेमस हो गए और उनका जादू देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ आती थी उनका तो इंद्रजाल उनका खुद का बनाया था जो बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हो गया उन्होंने भारत के अलावा 70 और देशों में भी कई सोच की है खासकर:
- जापान
- अमेरिका
- सोवियत संघ
- जर्मनी
में वह काफी पॉपुलर हो गए थे उनकी शो कहीं पर देश-विदेश की टीवी पर भी दिखाए जाते थे | कहा जाता है कि जिन थिएटर में उनका शो होता था वहां इतनी भीड़ हो जाती थी कि थिएटर में उपस्थिति के सारे रिकॉर्ड टूट जाते थे |
पद्मश्री
उन्होंने कई किताबें लिखी थी जिनमें से
- हिंदू मैजिक
- सरकार ऑन मैजिक
प्रसिद्ध हैं 1964 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था इसके अलावा उन्हें अमेरिका में स्पिंक्स अवार्ड मिला था जिसे जादू का ऑस्कर अवार्ड कहा जाता है और जर्मनी में द रॉयल अवार्ड मिला था|
श्रद्धांजलि
6 जनवरी 1971 को जापान में एक शो करते समय हार्ट अटैक के कारण उनकी मृत्यु हो गई | 2010 में भारतीय डाक ने श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी फोटो वाले ₹5 के इस टाइम जारी करने शुरू कर दिए उनके बेटे प्रदीप चंद्र सरकार उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं जिन्हें पीसी सरकार जूनियर के नाम से जाना जाता है|
Pratul Chandra Sorcar was born on February 23, 1913, in Tangail, Bengal Presidency, British India. He died in Asahikawa, Hokkaido, Japan, on January 6, 1971.
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