Nawazuddin Siddiqui Biography in Hindi
इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जीवन परिचय, Nawazuddin Siddiqui Biography in Hindi और उनसे जुडी कुछ रोचक जानकारियाँ, उनकी संघर्ष भरी कहानी, आदि

|
|
---|---|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का वास्तविक नाम | नवाजुद्दीन सिद्दीकी |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का उपनाम | नवाज़ |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का व्यवसाय | अभिनेता, आदि |
|
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की लम्बाई | 168 सेंटी मीटर 1.68 मीटर 5’ 6” फुट इंच |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का वजन/भार | 65 किलोग्राम |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की शारीरिक संरचना | छाती: 38 इंच कमर: 30 इंच बाइसेप्स: 12 इंच |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की आँखों का रंग | भूरा रंग |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बालों का रंग | काला रंग |
|
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जन्मतिथि | 19 मई 1974 |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की आयु | 48 वर्ष ( 2022 में ) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्मस्थान | बुढ़ाना, मुजफ्फरनगर जिला, उत्तर प्रदेश, भारत में |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की राशि | वृषभ राशि |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की राष्ट्रीयता | भारतीय राष्ट्रीयता |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का गृहनगर | बुढ़ाना, मुजफ्फरनगर जिला, उत्तर प्रदेश, भारत में |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का स्कूल/विद्यालय | बी एस एस इंटर कॉलेज बुढ़ाना, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | गुरुकुल कांगरी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), नई दिल्ली में |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की शैक्षिक योग्यता | रसायन विज्ञान में स्नातक |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का डेब्यू | सरफ़रोश फिल्म (1999 में ) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की प्रसिद्ध भूमिका | फैजल खान – गैंग्स ऑफ वासेपुर (भाग 1 और भाग 2 में ) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकीका परिवार | पिता का नाम – स्वर्गीय नवाबुद्दीन सिद्दीकी (किसान)
माता का नाम – मेहरुन्निसा भाई का नाम – शामज नवाब सिद्दीकी और 6 अन्य बहन – 2 बहन |
नवाजुद्दीन सिद्दीकीका धर्म | इस्लाम धर्म |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का पता | यारी रोड, अंधेरी पश्चिम, मुंबई में |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के शौक/अभिरुचि | पतंग उड़ाना, फिल्में देखना, खेती करना, आदि |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के विवादित (विवाद) |
|
|
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पसंदीदा अभिनेता | आशीष विद्यार्थी, आदि |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पसंदीदा अभिनेत्री | श्रीदेवी, आदि |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का पसंदीदा गंतव्य | जैसलमेर, राजस्थान, आदि |
|
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की वैवाहिक स्थिति | विवाहित है |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले |
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी | अंजली सिद्दीकी ( पत्नी ) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बच्चे | बेटी का नाम – शोरा
बेटे का नाम – यानी |
|
|
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कार संग्रह | फोर्ड एंडेवर (एसयूवी) आदि |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का वेतन (लगभग) | 1 करोड़ प्रति फिल्म (भारतीय रुपए) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की संपत्ति (लगभग) | ज्ञात नहीं |
- क्या नवाजुद्दीन सिद्दीकी सिगरेट पीते हैं? हाँ, वास्तव में (एक श्रृंखला धूम्रपान करने वाला) (a chain smoker)
- क्या नवाजुद्दीन सिद्दीकी शराब पीते हैं? : हां पीते है |
- उनका जन्म नंबरदारों, एक जमींदार मुस्लिम परिवार में हुआ था।
- उनके पिता एक किसान थे, जो आरा मशीन ऑपरेटर (लकड़ी काटने की मशीन) के रूप में भी काम करते थे।
- वह अपने नौ भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं।
- उन्होंने बचपन में लालटेन के नीचे पढ़ाई की क्योंकि उनके गांव में बिजली की कमी थी।
- उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद हरिद्वार की यात्रा की। वह अपने स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान भाषण, पेंटिंग और अभिनय सहित पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेते थे।
- उनके पास रसायन शास्त्र की डिग्री है और उन्होंने अपने संघर्षों के दौरान वडोदरा में एक रसायनज्ञ की दुकान में काम किया।
- वह अपने प्रदर्शन के सपनों को पूरा करने के लिए दिल्ली चले गए और एक थिएटर कंपनी में शामिल हो गए। उन्होंने लगभग 5 वर्षों तक निर्वाह के लिए चौकीदार के रूप में काम किया क्योंकि सिनेमाघरों में पर्याप्त पैसा नहीं था।
- उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) में भाग लिया, और स्नातक होने के बाद, उन्होंने अपने अभिनय करियर को विकसित करने के लिए 2004 में मुंबई स्थानांतरित कर दिया।
- नवाज़ को मुंबई में अपने जीवन के सबसे कठिन वर्षों में से एक को सहना पड़ा।
- उन्हें इस शर्त पर एनएसडी में अपने सीनियर्स के अपार्टमेंट में रहने के लिए मजबूर किया गया था कि वह उनके लिए रात का खाना बना लें।
- उन्होंने 1999 में आमिर खान अभिनीत फिल्म सरफरोश में एक छोटी भूमिका के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की।
- उन्होंने फिल्म उद्योग में अपना करियर शुरू किया, जहां उन्हें केवल पारंपरिक भूमिकाएं मिलीं।
- 2003 की कॉमेडी-ड्रामा मुन्ना भाई एमबीबीएस में, सुनील दत्त और संजय दत्त अभिनीत, उन्होंने एक जेबकतरे की भूमिका निभाई।
- उन्होंने टेलीविजन उद्योग में काम पाने का असफल प्रयास किया।
- 2002 और 2005 के बीच, वह बेरोजगार था और उसने चार अन्य लोगों के साथ मुंबई का एक फ्लैट साझा किया।
- उन्होंने 2007 में अनुराग कश्यप की ब्लैक फ्राइडे में एक भूमिका निभाई, जिसने उनके लिए और अधिक महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाने का मार्ग प्रशस्त किया।
- प्रशांत भार्गव की पतंग में, उन्होंने एक फीचर फिल्म में एक शादी के गायक (2007-08) के रूप में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की। नवाजुद्दीन फिल्म में अपने अभिनय को अपने अभिनय करियर में एक वाटरशेड पल के रूप में देखते हैं।
- 2009 की फिल्म देव डी के गाने इमोशनल अत्याचार में भी उनकी कैमियो उपस्थिति थी।
- 2010 में आमिर खान प्रोडक्शंस की पीपली लाइव में प्रदर्शित होने के बाद वह एक अभिनेता के रूप में प्रमुखता से उभरे, जिसमें उन्होंने एक पत्रकार की भूमिका निभाई।
- 2012 में फिल्म कहानी में एक इंटेलिजेंस ऑफिसर की भूमिका निभाने के बाद वह एक घरेलू नाम बन गए।
- नवाजुद्दीन आशिम अहलूवालिया की मिस लवली में सोनू दुग्गल के रूप में अपने हिस्से को देखते हैं, जिसका प्रीमियर 2012 के कान फिल्म समारोह में हुआ था, जो अब तक का उनका सबसे वास्तविक प्रदर्शन है।
- अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर में फैजल खान के रूप में उनके प्रदर्शन ने उन्हें भारत के सबसे होनहार अभिनेताओं में से एक के रूप में मान्यता दी।
- उन्होंने हरामखोर फिल्म में उनके चित्रण के लिए 2015 के न्यूयॉर्क भारतीय फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।
- कई वर्षों तक अक्षम रहने के बाद उनके पिता की 2015 में ब्रेन हैमरेज से मृत्यु हो गई थी।
- उन्होंने अंजलि से शादी की जब वह काफी छोटे थे; नवाजुद्दीन और अंजलि एक ही गांव के रहने वाले हैं।
- वह एक शर्मीले व्यक्ति हैं जो शांत और सुर्खियों से दूर रहना पसंद करते हैं।
- उन्होंने अप्रैल 2017 में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें स्पष्ट किया गया कि वह सिर्फ मुस्लिम नहीं हैं, बल्कि सभी धर्मों का मिश्रण हैं।
#SixteenPointSixSix
- उन्होंने बॉलीवुड के तीनों खानों में से प्रत्येक के साथ काम किया है। (बजरंगी भाईजानः सलमान खान, तलाशः आमिर खान, रईसः शाहरुख खान)
- नवाज ने एक साक्षात्कार में दावा किया कि अगर वह अभिनेता नहीं बनते, तो वह एक किसान होते, क्योंकि वह अभी भी उत्तर प्रदेश के बुढाना में अपने पुश्तैनी खेत के मालिक हैं।
ये है नवाजुद्दीन के जीवन का एक स्नैपशॉट:
Nawazuddin Siddiqui Biography in Hindi

इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जीवन परिचय, Nawazuddin Siddiqui Biography in Hindi दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं उस एक्टर की जिसने अपने दम पर खुद को जमीन से ऊपर उठकर आसमान तक का सफर तय किया है यह कहानी है एक छोटे से शहर के लड़के की जिनका बचपन में बस यही सपना था कि पढ़ लिख कर कोई अच्छी नौकरी पा लूं मगर जब उन्हें एहसास हुआ क्यों नहीं एक्टिंग में ही अपना भविष्य बनाना है तो उन्होंने उसके लिए जमकर मेहनत की तो चलिए दोस्तों शुरू से जानते हैं एक आदमी की केमिस्ट से वॉचमैन और फिर सुपरस्टार बनने तक की पूरी कहानी नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कहानी|

उनका जन्म 19th मई 1974 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक छोटे से गांव बुढाना में हुआ था उनकी पत्नी का नाम अंजली है और उनके दो बच्चे हैं एक लड़की है जिसका नाम शोरा है और एक लड़का है जिसका नाम यानी है उनके पिता का नाम नवाबुद्दीन सिद्दीकी था जो एक किसान थे उन्होंने गुरुकुल कांगरी विश्वविद्यालय हरिद्वार से केमिस्ट्री से बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री ली| ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने बड़ोदरा के एक पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में बतौर चीफ केमिस्ट काम किया लेकिन उनके अंदर एक्टिंग का जुनून जाग उठा जिसकी वजह से वह वडोदरा छोड़कर दिल्ली की और निकल पड़े|

अपनी आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए वे दिन में एक ऑफिस में चौकीदारी का काम करते और रात में थिएटर में एक्टिंग का | वह बहुत ही मेहनत और जुनून के साथ अपने एक्टिंग की लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे उनको दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन चाहिए था ताकि वह एक्टिंग की ट्रेनिंग ले सके | एन एच डी में एडमिशन के लिए यह शर्त थी कि थिएटर का एक्सपीरियंस होना जरूरी है जो उन्होंने दिल्ली में रहकर बहुत ही परेशानी के साथ किया | उन्होंने 1996 में एनएसडीसी ग्रेजुएशन पूरी कर ली|
सरफरोश
एनएसडीसी से निकलने के बाद अपने एक्टिंग करियर को और आगे बढ़ाने के लिए वो मुंबई की ओर निकल गए पर वहां उन्हें शुरुआत में कोई काम नहीं मिलता था | काफी दिनों बाद एक दिन उनकी किस्मत चमकी और उनको 1999 में आमिर खान की फिल्म सरफरोश में एक छोटा सा रोल मिला वह भी इसीलिए क्योंकि उनके किसी दोस्त को वो रोले करना था पर वह सेट पर मौजूद नहीं था फिल्म के कास्ट डायरेक्टर ने उनको कहा कि तुम ही ये रोले क्यों नहीं कर लेते उसके बाद वह डायरेक्टर की नजर में आए और फिर उनको बहुत से छोटे रोल्स मिले लेकिन कोई लीड रोल नहीं मिला 2002 – 2005 तक का समय उनके लिए बहुत ही विपरीत था|
NSD
2004 में उनकी ऐसी हालत हो गई थी कि वह अपने रूम का किराया देने के लायक भी नहीं थे | वह अपने NSD के एक सीनियर के घर रहे इस शर्त पर कि उनके घर का सारा काम करेंगे और खाना बनाएंगे ऐसे कठिन समय में भी वह बहुत बार अपने गांव वापस जाने की सोचते थे लेकिन फिर वह यह सोचते थे कि मुझे एक्टिंग ही आती है एक्टिंग नहीं करूंगा तो क्या करूंगा और किस मुंह से गांव वापस जाऊंगा|
बर्लिन फिल्म फेस्टिवल
इतने कठिन समय में भी वह हार नहीं माने और जो भी रोल उन्हें मिलता छोटे से छोटा वो उसे करते थे उनका समय तब बदला जब 2007 में अनुराग कश्यप जी ने अपनी एक फिल्म ब्लैक फ्राइडे में उनको लीड रोल दिया

2009 में नवाजुद्दीन ने देव D में भी एक रोल किया | इसके बाद 2012 में उन्होंने पतंग में लीड रोल किया जिसका प्रीमियर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया था उसमें उनके काम को बहुत सराहा गया भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में उन्होंने नाम कमाया उसी साल उन्होंने कहानी और गैंग्स ऑफ वासेपुर में काम किया जिसकी वजह से वह एक नामी अभिनेता बन गए गैंग्स ऑफ वासेपुर ने उनकी एक्टिंग के करियर में चार चांद लगा दिए इसके बाद उन्होंने
- तलाश
- किक
- बजरंगी भाईजान
जैसी हिट फिल्मों में काम किया|
द माउंटेन मैन
2015 में उन्होंने मांझी द माउंटेन मैन में लीड रोल निभाया जिसके लिए उनको बहुत सराहा गया | हरामखोर फिल्म में उनके काम को देखते हुए उनको न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला और 2030 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड भी उन्हीं के नाम रहा|
एक अच्छा एक्टर
नवाज यह कहते हैं कि उनको स्टार बनने का शौक नहीं है बल्कि उनको एक अच्छा एक्टर बनने का शौक है वह किसी भी फिल्म में काम करते वक्त यह नहीं सोचते कि हिट होगी या फ्लॉप जाएगी बल्कि उसको एक काम की तरह लेकर अपना बेस्ट देते हुए उसे पूरा करते हैं|

नवाज बहुत ही डायनेमिक एक्टर हैं और वह अपने आपको हमेशा खोजने की कोशिश करते हैं यही सोचने का तरीका हर सफल व्यक्ति का होता है वह अपने काम की सफलता को लेकर कभी घमंड नहीं करता और हमेशा कुछ नया सीखने को तैयार रहता है|
दोस्तों अगर आपको हमारा प्रयास पसंद आया हो तो ऐसे ही और बायोग्राफी देखने के लिए हमारी वेबसाइट को बुकमार्क कर लें |
धन्यवाद