इंटर्नशिप क्या होता है?- जरूरी बातें

इंटर्नशिप क्या होता है

इंटर्नशिप क्या होता है?

 

 

इंटर्नशिप के बारे में इंटर्नशिप क्या होता है इंटर्नशिप कैसे करें और इंटर्नशिप के लिए बेस्ट वेबसाइट कौन-कौन से होते हैं अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट है ग्रेजुएशन कर रहे हैं या फिर पोस्टग्रेजुएशन कर रहे हैं या फिर आप पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर चुके हैं इसके अलावा अगर आप एक टेंथ क्लास की स्टूडेंट है या फिर ट्वेल्थ क्लास के स्टूडेंट है तब भी आपको इसके बारे में जानना जरुरी हो जाता है कि इंटर्नशिप होता क्या है ?

इंटर्नशिप क्या होता है?

इंटर्नशिप क्या होता है?

जो स्टूडेंट किसी भी कंपनी में इंटर्नशिप करते हैं उन्हें इंटर्न कहा जाता है एक इंटर्न किसी भी कंपनी में एक फिक्स्ड टाइम पीरियड के लिए इंटर्नशिप करता है यानी कि आपको एक निश्चित अवधि तक ही इंटर्नशिप करनी होती है

आमतौर पर जो इंटर्नशिप होती है वह 3 से 6 महीने की होती है कुछ इंटर्नशिप साल भर की भी होती है इंटर्नशिप में भी अलग-अलग तरह के इंटर्नशिप होते हैं एक होता है पार्ट टाइम इंटर्नशिप और दूसरा होता है

फुल टाइम इंटर्नशिप अगर आपके पास ज्यादा टाइम नहीं है आप एक कॉलेज स्टूडेंट है या फिर आप टेंथ ट्वेल्थ के स्टूडेंट है और अपनी स्टडी कर रहे हैं और साथ में आपको इंटर्नशिप करना है तो आप पार्ट टाइम इंटर्नशिप कर सकते हैं क्योंकि जो स्टूडेंट पार्ट टाइम इंटर्नशिप करते हैं वह जिस भी कंपनी में इंटर्नशिप करते हैं वहां पर उन्हें कुछ घंटों के लिए काम करना होता है बहुत ज्यादा देर आपको काम नहीं करना पड़ेगा जैसे कि एक एंप्लॉय का टाइम होता है सुबह से शाम तक का तो इतनी देर तक आपको काम नहीं करना पड़ेगा आपको केवल पार्ट टाइम काम करना होता है या फिर कहीं कहीं पर ऐसा भी होता है कि आपको एक हफ्ते में सिर्फ कुछ ही दिन काम करने होते हैं

दूसरा जो होता है यह होता है फुल टाइम इंटर्नशिप फुल टाइम इंटर्नशिप में स्टूडेंट्स को कंपनी के एंप्लॉय की तरह वर्क करना पड़ता है मतलब कि जितने देर कंपनी के एंप्लॉय वहां पर काम करेंगे उतने ही देर आपको भी काम करना होगा और आपको भी कुछ नया सीखने को मिलेगा वैसे किसी भी कंपनी में आपको जानकारी देने के लिए कोई ना कोई एक स्पेशल इंसान होता है जो कि आपको हर चीज की जानकारी देगा कहीं कहीं पर नहीं भी होता है तो इसमें आपको खुद ही सीखना पड़ता है

एक्सपीरियंस

किसी भी जॉब को करने के लिए एक्सपीरियंस बहुत ज्यादा मायने रखता है अगर आपके पास काम करने का एक्सपीरियंस नहीं होगा तो बहुत सारी ऐसी कंपनी है जो आपको जॉब नहीं देंगी क्योंकि जब आप अपना रिज्यूम दिखाते हैं आप अपना सीवी दिखाते हैं उसमें वह यह चेक करते हैं कि आपके पास काम करने का कितना एक्सपीरियंस है आप कितने साल किस कंपनी में काम कर चुके हैं अगर आपने कहीं पर भी नहीं की होगी तो आपके पास काम करने का बिल्कुल भी एक्सपीरियंस नहीं होगा और फिर यहां पर आपका इंटरव्यू में सिलेक्ट होने का चांस है वह कम हो जाता है

अगर आपके पास काम करने का एक्सपीरियंस है तो इंटरव्यू में पास होने के चांसेस बढ़ जाते हैं तो इसीलिए हमें जॉब पाने से पहले काम का एक्सपीरियंस की जरूरत होती है तो वर्क एक्सपीरियंस के लिए ही हम इंटर्नशिप ज्वाइन करते हैं इंटर्नशिप में हमें काफी कुछ सीखने को मिलता है हमें काम तो सीखने को मिली जाता है और हमारे पास एक्सपीरियंस भी हो जाता है जिन्हें हम अपने रिज्यूम में मेंशन कर सकते हैं इसके अलावा वहां का जो एनवायरनमेंट होता है उसमें रहने की हमें हब्बिट सी हो जाती है किस तरह से रहना है यह चीजें हमें पता चलती है इसीलिए कोई सी भी जॉब करने के लिए एक्सपीरियंस बहुत ज्यादा जरूरी होता है

जैसे कि मान लीजिए 2 लोग किसी भी कंपनी में इंटरव्यू के लिए जाते हैं और इंटरव्यू के लिए वहां जाते हैं तो वहां पर सिर्फ एक ही पोस्ट खाली है तो वह किसी एक ही इंसान को हायर करेंगे तो जिस व्यक्ति के पास काम करने का एक्सपीरियंस होगा उसे हायर के चांसेस बढ़ जाते हैं तो इसीलिए हमें टेंथ या फिर ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद इंटर्नशिप करनी चाहिए और अगर हम चाहे तो अपनी पढ़ाई जारी रख कर भी इंटर्नशिप कर सकते हैं वैसे ज्यादातर लोग इंटर्नशिप अपनी गर्मियों की छुट्टियों में करते हैं वैसे आप लगातार में इंटर्नशिप कर सकते हैं अपनी पढ़ाई के साथ-साथ इंटर्नशिप में आपके पास काम करने का एक्सपीरियंस हो ही जाता है

इसके साथ-साथ आपको कंपनी से नई नई चीजें सीखने को मिल जाती है इसीलिए हमें इंटर्नशिप करनी चाहिए यह देखना है कि आपका इंटरेस्ट किस फील्ड में है किस चीज में आपका नॉलेज है आप चाहे किसी भी स्ट्रीम से हो कोई मैटर नहीं करता आप इंटर्नशिप कर सकते हो चाहे आपके पास कोई सा भी स्ट्रीम हो आप किसी भी फील्ड में इंटर्नशिप कर सकते हो जैसे कि आई टी मार्केटिंग सेल्स मैनेजमेंट ग्राफिक डिजाइन वेब डेवलपर इंजीनियरिंग और भी कई सारी फ्रेंड है जिनमें आप इंटर्नशिप कर सकते हैं तो यह डिपेंड करता है आपके इंटरेस्ट पर कि आपका इंटरेस्ट किसमें है

 

इंटर्नशिप कितने टाइप की होती है?

 

 

इंटर्नशिप कैसे करे ?
इंटर्नशिप कैसे करे ?

 

इंटर्नशिप दो टाइप की होती है-

एक होता है पैड इंटर्नशिप और दूसरा होता है नॉन पैड इंटर्नशिप

पैड इंटर्नशिप मैं आपको पैसे दिए जाते हैं काम करने के और नॉन पैड में आपको सिर्फ प्रैक्टिकली सब कुछ सीखने को मिल जाता है वर्क एक्सपीरियंस हो जाता है लेकिन आपको वहां पर पैसे नहीं मिलते हैं तो इंटर्नशिप किसी भी कंपनी में आपको करना हो तो आप पहले इस बात को पता कर लीजिएगा कि वहां पर आपको कौन सी इंटर्नशिप मिलेगी पैड इंटर्नशिप या फिर नॉन पैड इंटर्नशिप में जो हमें पैसे मिलते हैं उन्हें सैलरी ना कहकर स्टैंड कहते हैं अगर देखा जाए पैड इंटर्नशिप और नॉट पैड इंटर्नशिप में ज्यादा बेहतर होता है नॉन पैड इंटर्नशिप नॉन पैड इंटर्नशिप से आपको ज्यादा वैल्युएबल वर्क एक्सपीरियंस मिलता है जो कि आपके रिज्यूम को इनहेन्स करने में बहुत ही हेल्पफुल होता है

 

इंटर्नशिप कैसे करे ?
इंटर्नशिप कैसे करे ?

 

वैसे इंटर्नशिप पेड़ हो या फिर नोटपैड वर्क एक्सपीरियंस तो आपके पास इंटर्नशिप से मिल ही जाता है इसके साथ-साथ आप नए नए लोगों से मिलते हैं आपकी कम्युनिकेशन स्किल जो है वह इंप्रूव होती है इसके साथ-साथ आपको काफी कुछ नया सीखने को भी मिल जाता है जॉब का असली मतलब क्या होता है कि आपको तभी समझ आएगा जब आप उसे इंवॉल्वमेंट में लोगों के साथ काम करेंगे ट्राय बिफोर यू बाय आपने यह लाइन शायद पहले भी सुनी होगी ट्राय बिफोर यू बाय होता है ठीक इसी तरह होता है जिस काम को आप अपना करियर गोल मानते हैं उसी फील्ड में इंटर्नशिप करने से आप पूरी तरह से यह निश्चय कर पाएंगे यह डिसाइड कर पाएंगे कि आपको उसी फील्ड में लॉन्ग टाइम काम करना है या फिर नहीं करना है

इंटर्नशिप के जरिए आपको अपने स्किल स्कोर टेस्ट करने का तो मौका मिल जाता है इसके साथ-साथ आपको अपने करियर ऑप्शंस को अपलोड करने का भी मौका मिल जाता है जितने ज्यादा कंपनी में आप इंटर्नशिप करेंगे उतना ही ज्यादा आपके पास काम का एक्सपीरियंस हो जाएगा और जब आप अपनी सीवी में उस काम को मेंशन करेंगे तब आपको किसी भी कंपनी में जॉब मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं क्योंकि तब आपके पास काम का एक्सपीरियंस होता है तो कोई भी कंपनी आपको जल्दी हायर कर सकती है

इंटर्नशिप कैसे पाएं? 

 

इंटर्नशिप कैसे करे ?
इंटर्नशिप कैसे करे ?

 

इंटर्नशिप के लिए आप ऑनलाइन वेबसाइट पर सर्च कर सकते हैं यहां आपको कुछ वेबसाइट के नाम दिए हैं जो कि काफी बेस्ट है जहां से आप इंटर्नशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं सबसे पहला है globalexperience.com, internshala.com, internship.com और उसके बाद है idealist.com जहां से आप सर्च कर सकते हैं कुछ ऐसे कॉलेज भी होते हैं जो अपने स्टूडेंट को इंटर्नशिप कॉलेज से ही दिलवा देते हैं इंटर्नशिप करने के लिए आपसे पहले इंटरव्यू लिया जाता है तो आपको से इंटरव्यू को क्लियर करना बहुत ही जरूरी होता है स्टार्टिंग आपको छोटी कंपनियों से ही करना है क्योंकि बड़ी कंपनी में डायरेक्टर नहीं मिल पाता है तो अगर नहीं मिल पाता है तो आप छोटी सी कंपनी से स्टार्ट कीजिए और धीरे-धीरे कंपनी का लेवल बढ़ते जाईये तो ज्यादातर स्टूडेंट समर टाइम में इंटर्नशिप करते हैं जबकि आपके पास हॉलीडे होता है इसके अलावा अगर आप चाहें तो अपने कॉलेज के साथ-साथ पार्ट टाइम इंटर्नशिप कर सकते हैं सिर्फ कुछ घंटों की या फिर आपको हफ्ते में कुछ ही दिन जाना होता है तो इस तरह से आप भी इंटर्नशिप कर सकते हैं और आपके पास काम का एक्सपीरियंस हो जाएगा

Previous Post:- काम और पढाई मे मन कैसे लगाये?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share via
Copy link
Powered by Social Snap