सेमेस्टर क्या होता है?
सेमेस्टर क्या होता है?
सेमेस्टर के बारे में
सेमेस्टर क्या होता है? सेमेस्टर के बारे में काफी स्टूडेंट इस बात से कंफ्यूज होते हैं कि सेमेस्टर क्या होता है तो अगर आप ट्वेल्थ पास कर चुके हैं और ट्वेल्थ के आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको सेमेस्टर के बारे में मालूम होना बेहद जरूरी है
सेमेस्टर क्या होता है? – सम्पूर्ण जानकारी
यूनिवर्सिटी की जो पढ़ाई होती है वह सेमेस्टर वाइज डिवाइडेड होती है जैसे की बीएससी कोर्स करते हैं तो यह कोर्स पूरे 3 साल का होता है और इसमें भी 6 सेमेस्टर होते हैं इसके अलावा बीसीए कोर्स करते हैं तो यह 3 साल का होता है और इसमें भी 6 सेमेस्टर होते हैं तो आखिर ये सेमेस्टर का मतलब क्या है? क्योंकि हर कोर्स में आप देख सकती है कि सेमेस्टर बार-बार आ रहा है तो आखिर सेमेस्टर का मतलब क्या होता है? जब हम स्कूल में पढ़ते हैं तब हमारे हाफ ईयर एग्जाम होते हैं यह तो आपको मालूम ही होंगे 6 महीने में एक बार आप के हाफ इयरली एग्जाम होते हैं इसीलिए उन एक्साम्स को हम हाफ इयरली एग्जाम कहते हैं ठीक वैसे ही कॉलेज की पढ़ाई में भी काफी सारे ऐसे कोर्स होते हैं जिनमें आपका एग्जाम 6 महीने में एक बार होता है
कुछ ऐसे ही कोर्स है जिनमें सेमेस्टर नहीं होता तो जिन कोर्स में सेमेस्टर नहीं होता उनमे 6 महीने के बाद एग्जाम भी नहीं होता उसमें डायरेक्टली 1 साल कंप्लीट करने के बाद ही आपका एग्जाम होता है लेकिन जिन कोर्सेज में सेमेस्टर होते हैं उनमें 6 महीने के बाद आपका एग्जाम लिया जाता है तो यही होता है आपका सेमेस्टर तो जिन कोर्स में सेमेस्टर नहीं होता उनका डायरेक्ट फर्स्ट ईयर का एग्जाम होता है फिर सेकंड ईयर का एग्जाम होता है इसी तरह से ईयर वाइज उनका एग्जाम होता है लेकिन जैसे कि मैंने आपको बताया बीएससी कोर्स बीसीए कोर्स इसके अलावा बहुत सारे ऐसे कोर्स हैं जिनमें सेमेस्टर होते हैं जिन कोर्सेज में सेमेस्टर होते हैं उनका एग्जाम सेमेस्टर वाइज होता है आपका छह महीना जब कंप्लीट हो जाएगा स्टार्टिंग का तब फिर से आपका एग्जाम होगा और उस एग्जाम के बाद जब फिर से आपके छः महीने कंप्लीट होंगे फिर आपका एग्जाम होगा तो यानी कि हर छह महीने बाद आपके एग्जाम होते हैं तो हर छह महीने बाद जो एग्जाम होते हैं उन्हीं को हम सेमेस्टर कहते हैं एक सेमेस्टर आपका 6 महीने का होता है इसलिए आप के 6 महीने बाद एग्जाम किए जाते हैं
जैसे कि मान लीजिए बीएससी कोर्स है बीसीए कोर्स इन सब में आपका एक साल में 2 सेमेस्टर होता है तो जिन कोर्स में सेमेस्टर होता है उनका एग्जाम 1 साल में दो बार लिया जाता है लेकिन जिन कोर्सेज में सेमेस्टर नहीं होता उनका साल में एक ही बार एग्जाम होता है तो सेमेस्टर वाइज जो हमारा एग्जाम लिया जाता है उसमें हमारा काफी फायदा होता है मान लीजिए अगर आप का कोर्स 3 साल का है तो आपके उसमें 6 सेमेस्टर होंगे क्योंकि 1 साल में 2 सेमेस्टर होता है और अगर आप इसी तरह से कोई कोर्स करते हैं जो कि 4 साल का है और उसमें सेमेस्टर है तो फिर उसमें आपके 8 सेमेस्टर होंगे जैसे की लॉ की पढ़ाई होती है इसमें आपके पास 5 साल के कोर्स होते हैं तो उनमें आप के 10 सेमेस्टर होते हैं सेमेस्टर एग्जाम होने से स्टूडेंट्स को काफी फायदा होता है उन्होंने जो भी पढ़ा होता है एग्जाम होने से उनके माइंड में वह सारी चीजें वापस रिफ्रेश हो जाती हैं और स्टूडेंट पर सिलेबस का ज्यादा लोड भी नहीं रहता क्योंकि 6 महीने कंप्लीट होते ही आपके एग्जाम हो जाते हैं फिर आप आगे की पढ़ाई करते है और फिर 6 महीने कंप्लीट होते ही आपके एग्जाम हो जाते हैं आपको समझ आ गया होगा कि सेमेस्टर किसे कहा जाता है
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