डिप्लोमा इन एविएशन कोर्स कैसे करे?
आज के पोस्ट में हम बात करने वाले हैं डिप्लोमा इन एवियशन कोर्स के बारे में इस कोर्स की पूरी जानकारी| डिप्लोमा इन एवियशन एक फुल टाइम डिप्लोमा कोर्स है जोकि एयरपोर्ट्स एंड एविएशन के मैनेजमेंट से रिलेटेड है और स्कूल की ड्यूरेशन 6 महीने से लेकर के 1 साल तक का होता है ड्यूरेशन इंस्टिट्यूट पर डिपेंड करता है अलग-अलग इंस्टिट्यूट में अलग-अलग ड्यूरेशंस की होती है बट मैक्सिमम स्टेशन 1 ईयर की होती है और मिनिमम 6 मंथ की होती है|
हम इस पोस्ट की शुरुआत करने वाले हैं जॉब की डिटेल से सभी लोग यह जानना बहुत जरूरी समझते हैं कि जो कोर्स हम बता रहे हैं उस कोर्स को करने के बाद उन्हें कौन कौन सी पोस्ट पर जॉब मिल जाएगी तो सबसे पहले हम बात कर लेते हैं जॉब के ही बारे में यहां पर वह सभी जॉब प्रोफाइल दिए हैं जिनके लिए आप एलिजिबल हो जाते हैं डिप्लोमा इन एवियशन करने के बाद जैसे कि सबसे पहले दिया गया है|
एयर होस्टेस को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे की केबिन क्रू, स्टे वार्ड | तो इस टेबल में एक साइड जॉब प्रोफाइल की हुई है और दूसरी तरफ एवरेज सैलेरी दी गई है जैसा कि आप देख सकते हैं|
एक एयर होस्टेस की एवरेज सैलेरी 4,73,000 पर एनम की हो सकती है|
इसके बाद दूसरा जॉब प्रोफाइल ग्राउंड स्टाफ का और इधर जो सैलरी दी गई है यह कौन सी सैलरी पर मंथ की है और कौन सी सैलेरी पर ईयर की है वह भी लिखा हुआ है जैसे कि आप देख सकते हैं जो ग्राउंड स्टाफ की सैलरी हमने लिखी है वह मंथ के हिसाब से लिखी है|
अब आप यह सोच रहे होंगे कि सिर्फ डिप्लोमा इन ऑपरेशन करने से क्या हम पायलट बन सकते हैं?
तो ऐसा बिल्कुल नहीं है डिप्लोमा इन ऑपरेशन करने के बाद भी आपको कुछ कोर्स करने होंगे उसके बाद ही आप पायलट बन पाएंगे लेकिन उन कोर्स में डिप्लोमा एडमिशन भी होता है इसीलिए हमने यहां पर पायलट की भी जॉब प्रोफाइल लिखी है
इसके बाद अगला जो पोस्ट है यह एयरक्राफ्ट डिस्पेचर का | सैलरी 5,00,000 परिणाम की है फिर आता है एयरपोर्ट ऑपरेशन मैनेजर और इस तरीके से यहां पर कई सारे जॉब प्रोफाइल दिए हुए हैं यहां पर जो जॉब प्रोफाइल हैं इसके अलावा और भी कुछ जॉब प्रोफाइल्स होते हैं जिन पर आप काम कर सकते हैं डिप्लोमा इन एवियशन का कोर्स कंप्लीट करने के बाद | जो भी यहां पर जॉब प्रोफाइल्स मैंने आपको बताए हैं इनके हम काम को जानने की कोशिश करेंगे कि जो प्रोफाइल पर हमें क्या काम करना होता है और यह सभी चीजें हम शॉर्ट में जानेंगे|
एयर होस्टेस का क्या काम होता है? जिसे हम केबिन क्रू भी कहते हैं?
इनका काम होता है अलग-अलग तरह के यात्रियों की सहूलियत का ध्यान रखना, वह कंफर्टेबल है या नहीं इसके अलावा एजेंसी में अलग-अलग सिचुएशन को हैंडल करना यह भी एयर होस्टेस की जिम्मेदारी होती है और सभी यात्रियों के सुरक्षा का ध्यान रखना और उन्हें सही तरीके से गाइड करना फ्लाइट के बारे में यात्रियों को जानकारी देना जो लोग पहली बार ट्रेवल कर रहे होते हैं उन्हें फ्लाइट रूल्स के बारे में नहीं मालूम होता है तो उन्हें गाइड करने का काम भी एयर होस्टेस का होता है मेडिकल केयर और एडवाइज देना फ्लाइट में एंटर होने से लेकर टेक ऑफ करने तक यात्रियों से जुड़ी हर चीज की देखभाल करते हैं उनके सामान का भी ध्यान रखते हैं|
इन सभी कामों के अलावा एक एयर होस्टेस के पास प्लेन में और भी कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं इसके बाद हम जानते हैं पायलट की जिम्मेदारियों के बारे में
एक पायलट का क्या काम होता है प्लेन के अंदर?
एयरक्राफ्ट को ऑपरेट करना और उसकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी पायलट की होती है और पायलट को एविएशन इंडस्ट्री का बैकबोन भी कहते हैं इस बात को समझ सकते हैं कि एक पायलट की कितनी इंपोर्टेंस है और क्या क्या उसके पास रिस्पांसिबिलिटी होती है क्योंकि उसे एविएशन इंडस्ट्री का बैकबोन कहा गया है यह बहुत ही वाइटल रोलप्ले करते हैं विशन इंडस्ट्री में
- पायलट यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने के लिए उड़ान भरते हैं| लेकिन उनके पास सिर्फ यही एक काम नहीं होता
- वह कॉकपिट के मैनेजमेंट की जांच भी करते हैं
- हवाई नियमन पर गहरी नजर रखते हैं
- और उड़ानों की जो योजना होती है यानी कि जो प्लांस बनते हैं वह भी वही बनाते हैं
- और जरूरत पड़ने पर हवाई यातायात की जांच करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं
तो यहां पर यह शार्ट में बताए गए हैं पायलट के काम और अब हम देख लेते हैं
ग्राउंड स्टाफ के क्या-क्या काम होते हैं?
ग्राउंड स्टाफ के पास मल्टीपल रिस्पांसिबिलिटीज होती हैं जैसे की फ्लाइट के लिए सभी पैसेंजर को जांच करना जितने भी पैसेंजर्स होते हैं उनकी चैटिंग करना पैसेंजर्स को उड़ानों के बारे में जानकारी देना और उनकी हेल्प करना हवाई जहाज के एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पैसेंजर की सुविधा और उनकी जिम्मेदारी ग्राउंड स्टाफ पर होती है और सबसे जरूरी बात जो ग्राउंड स्टाफ होते हैं वह एयरपोर्ट पर काम करते हैं ना कि एयरक्राफ्ट के अंदर एयरपोर्ट की सफाई से लेकर उसके रखरखाव तक का जो काम होता है वह ग्राउंड स्टाफ का होता है|
फ्लाइट डिस्पेचर
विमान जब रहमान सुरक्षा की बात आती है तो फ्लाइट डिस्पेचर एक बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है असल में एक पायलट और एक फ्लाइट डिस्पेचर दोनों के पास कई सारी सारी जिम्मेदारियां होती हैं जो दोनों बराबर निभाते हैं और एक ट्रिप के लिए कितना फ्यूल जरूरी होता है वह भी ध्यान रखना फ्लाइट डिस्पेचर का ही काम होता है और मौसम और हवा की जानकारी रखने का काम भी फ्लाइट डिस्पेचर का होता है और सबसे इंपोर्टेंट चीज
डिस्पेचर को ही ये इन स्योर करना पड़ता है कि यह जो एयरप्लेन है यह सुरक्षित रूप से उस स्थान पर पहुंच सकता है जहां वह जा रहा है तो सेफ्टी का ध्यान भी फ्लाइट डिस्पेचर को रखना पड़ता है इसी तरह टेबल में आपने जितने भी जॉब प्रोफाइल देखें उनके अलग-अलग ड्यूटीज होते हैं जैसे कि:-
एयरलाइन स्टेशन मैनेजर हो गया उन्हें हवाई अड्डे के दैनिक संचालन का प्रबंधन और देखरेख करना होता है इसके अलावा जो ऐप्स होते हैं वह भी यही लागू करते हैं इस तरह से अलग-अलग पोस्ट की अलग-अलग ड्यूटी होती हैं|
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए हमारे पास क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए
एक स्टूडेंट को ट्वेल्थ पास होना जरूरी है किसी भी स्ट्रीम से और किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अगर आपने 12th नहीं किया है 12th के इक्वल एंड कोई कोर्स किया है तब भी आप इसके लिए एलिजिबल होंगे और ट्वेल्थ में आपके कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए ट्वेल्थ बोर्ड एग्जाम में और एडमिशन का प्रोसेस जो है वह इसका मेरिट बेस्ड है क्योंकि ज्यादातर कॉलेज में एडमिशन मेरिट बेस्ड होता है और इसके बाद कैंडिडेट का एक पर्सनल इंटरव्यू राउंड भी होता है तो अगर आपने ट्वेल्थ क्लास आर्ट्स स्ट्रीम, कॉमर्स स्ट्रीम , या फिर साइंस स्ट्रीम से किया हो अगर आपने बोर्ड एग्जाम में 50% मार्क्स को करें हैं तो आप इस कोर्स के लिए एलिजिबल होंगे इस कोर्स में आपको वह सभी स्किल सिखाई जाती है वह सभी नॉलेज प्रोवाइड की जाती हैं जिनकी जरूरत एवियशन इंडस्ट्री में होती हैं तो वह सभी आपको इस कोर्स में सीखने को मिल जाता है और इसका जो एग्जाम होता है जैसे कि आप डिप्लोमा इन एडिशन करते हैं तो आपको एक ही बार एग्जाम देना होगा बिल्कुल एंड में जब यह कोर्स आपका खत्म होने वाला होगा तो कोर्स के एंड में आपका एग्जाम होगा एक ही बार|
जो भी स्टूडेंट स्कूल की फीस जानना चाहते हैं यहां पर दी गई है इसकी मिनिमम की सेट 60,000 से लेकर के 1 लाख | तो किसी भी कोर्स की फीस कॉलेज पर डिपेंड करती है और यहां पर हम जान लेते हैं टॉप इंस्टिट्यूट के नाम जहां से आप इस कोर्स को कर सकते हैं
यह सभी टॉप इंस्टिट्यूट से जो इंडिया में अवेलेबल है सबसे पहला है
- इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एयरोनॉटिक्स जो कि न्यू दिल्ली में है
- इसके बाद आता है इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एविएशन जो कि बेंगलुरु में है
- हिंदुस्तान एवियशन अकैडमी बेंगलुरू में है
- और वसुंधरा एशियन एकेडमी जो कि भोपाल में है
- और यहां पर कई सारे इंस्टिट्यूट के नाम दिए गए हैं जोकि टॉप इंस्टिट्यूट हैं
सब्जेक्ट
इस कोर्स में आपको कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ने को मिल जाते हैं | 1 साल के स्टडी पीरियड में आपको 16 सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं और उन सभी 16 सब्जेक्ट को आप को एग्जाम टाइम पर क्लियर भी करना होता है तभी आप इसमें पास हो पाते हैं और सब्जेक्ट के नाम यहां पर दिए गए हैं जैसे कि:-
- मैथमेटिक्स
- फिजिक्स
- मैथमेटिक्स फॉर इंजीनियरिंग
- कॉग्निटिव प्रोसेस एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग
- इफेक्टिव कम्युनिकेशन
- इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग
- यूनिक सिस्टम
- एयरक्राफ्ट सिस्टम
- इंजीनियरिंग डिजाइन
- ऑपरेशनल प्लानिंग
- इंजीनियरिंग कोस्ट डिसीजंस
- स्टैटिसटिकल मैथर्ड फॉर इंजीनियरिंग
- एयरोडायनेमिक्स एंड प्रोपल्शन
- डिस्ट्रीब्यूशन एंड ट्रांसपोर्टेशन
- एयरलाइन ऑपरेशंस एंड
- इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग
तो यह कुछ सब्जेक्ट है जो कि आपके कुछ कॉलेज में सेम होते हैं और कुछ कॉलेज में डिफरेंट भी होते हैं|
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